4 Din
Mc Square
3:16मिलते तहे चेहरे जो काफ़ी वो दिखते है आज भी पाप या पापी था कौन मैं ढूनडूं बस सादगी तस्वीर कोई ख़ास सी अक्सर ही नज़रों के सामी बस धुंधली सी याद की था वो कौन शायद यह याद नही बस याद है ओधी थी उसने भी धुन कोई साज़ की कभी दिखते है फोन की फीड में कभी दिखते है राहों में भीड़ में कभी आँखों में दिखते हैं बस जब सुनता हूँ धुन कोई जानी सी पीढ़ में अब अक्सर मिलते नही है वो मैं उनका जिनके नही है वो कभी टैरे तहे खुशी की लहरों में साथ मैं डूबा अब तिनके नही है वो चेहरा था एक वो गाओं या शहर तहा ना हैं मालूम मुझे घड़ी में टिकी तही नज़रे क्या पहर तहा ना हैं मालूम मुझे सुबह के सपने तहे बाग में शाम को बोझ के क़ैद में माथे की शिकन शायद कहती तही ठहर जा ना हैं मालूम मुझे एक की 10 की आयु, 20 मे रावण वो चेहरा जटायु 30 में पोुंचा और देखा फिर आईना दिखे बस रेत और सेहरा की वायु फिर आई उमर पचास चेहरे पे लिखा हताश अभी भी जारी तलाश आँखों में दिखा बस काश मिलते तहे चेहरे जो काफ़ी वो दिखते है आज भी पाप या पापी तहा कौन मैं ढूनडूं बस सादगी तस्वीर कोई ख़ास सी अक्सर ही नज़रों के सामी बस धुंधली सी याद की था वो कौन शायद यह याद नही बस याद हैं ओधी तही उसने भी धुन कोई साज़ की यह देखो औरत का चेहरा कोई घरेलू कोई झुझारू कोई खुश हैं खेत की मेधों पे कोई कहे मैं समाज सुधारून कोई न्यूड्स से व्यूस में फँसा चाहे कोई कुरीत के कपड़े उतारुन कोई चैन से मारना चाहे कोई कहे गढ़े मुर्दे उखहादून देखे हैं नादानी चेहरे देखे हैं मनमानी चेहरे देखे हैं इंसानी चेहरे देखे हैं काई गयानी चेहरे अल्फाज़ों के चेहरे कुछ सीधे कुछ गहरे तकाज़ों के चेहरे कुछ बहते कुछ ठहरे आवाज़ों के चेहरों पे सियासी पहरे रिवाज़ों के चेहरों पे सामाज़ी बहरे देखा भगवान का चेहरा गीता का चेहरा, क़ुरान का चेहरा आँखों पे पट्टी हैं चेहरों की कोई सुबह का चेहरा, कोई शाम का चेहरा कोई तो नाम का चेहरा किसी का साथी, हैं किसमे मगन किस से हैं प्यार, और किस से जलन क्या ऐसा हैं काम का चेहरा? मिलते तहे चेहरे जो काफ़ी वो दिखते है आज भी पाप या पापी था कौन मैं ढूंडू बस सादगी तस्वीर कोई ख़ास सी अक्सर ही नज़रों के सामी बस धुंधली सी याद की था वो कौन शायद यह याद नही बस याद हैं ओधी तही उसने भी धुन कोई साज़ की