Mast Magan
Arijit Singh
4:41इस क़दर तू मुझे प्यार कर जिसे कभी ना मैं सकूं फिर भुला ज़िन्दगी लायी हमें यहाँ कोई इरादा तो रहा होगा भला के दरखास्त है ये जो आई रात है ये तू मेरी बाहों में दुनिया भुला दे जो अब लम्हात है ये बड़े ही ख़ास है ये तू मेरी बाहों में दुनिया भुला दे के दरखास्त है ये जो आई रात है ये तू मेरी बाहों में दुनिया भुला दे जो अब लम्हात है ये बड़े ही ख़ास है ये तू मेरी बाहों में दुनिया भुला दे राहों में मेरे साथ चल तू थामे तामे मेरा हाथ चल तू वक़्त जितना भी हो हासिल सारा मेरे नाम कर तू वक़्त जितना भी हो हासिल सारा मेरे नाम कर तू की अरमां है ये गुजारिश जान है ये तू मेरी बाहों में दुनिया भुला दे जो अब लम्हात है ये (जो अब लम्हात है ये) बड़े ही ख़ास हैं ये (बड़े ही ख़ास हैं ये) तू मेरी बाहों में दुनिया भुला दे लम्ज़ जिस्मों पे ऐसे सजाये बारिशों से भी वो धुल ना पाए तू मेरी बाहों में दुनिया भुला दे हो नक्श लम्हों पे ऐसे बनाये मुद्दतों से भी वो मिट ना पाए तू मेरी बाहों में दुनिया भुला दे हम्म तुझसे तो हूँ मैं यूँ बोहत मुतासिर पर क्या करूं मैं हूँ एक मुसाफिर कैसी ख़ुशी है जिसमे नमी है जाने तू ये या जाने ना ओ जो जज़्बात है ये (जो जज़्बात है ये) बड़े ही पाक हैं ये (बड़े ही पाक हैं ये) तू मेरी बाहों में दुनिया भुला दे जो अब लम्हात है ये (जो अब लम्हात है ये) बड़े ही पास हैं ये (बड़े ही पास हैं ये) तू मेरी बाँहों में दुनिया भुला दे तू मेरी बाहों में दुनिया भुला दे भुला दे भुला दे (ओ ओ) तू मेरी बाहों में दुनिया भुला दे भुला दे भुला दे भुला दे हम्म के दरखास्त है ये जो आई रात है ये तू मेरी बाहों में दुनिया भुला दे