Saajna
Mitraz
2:57क्यूँ उनकी ही राह देखे मन बावला ये लम्हे भी धीरे-धीरे बीतें, साजना क्यूँ उनकी ही राह देखे मन बावला सँभाले ना सँभलती, ये कैसी हैं पहेलियाँ ਓ, ਸਾਜਨਾ, ਭੁਲਾਵੇਂ ਤੇਰੀ ਯਾਦ ਨਾ ਓ, ਮੇਰੇ ਸਾਜਨਾ, ਦੁਨਿਆ ਦਾ ਮੈਨੂੰ ਆਸ ਨਾ जी लगा वे तो बस तेरी आँखों में घर बसा वे तो बस तेरी बाँहों में ना ज़माने में, ना आसमानों में तेरे जैसा कोई ना हज़ारों में क्यूँ उनकी ही राह देखे मन बावला ये लम्हे भी धीरे-धीरे बीतें, साजना क्यूँ उनकी ही राह देखे मन बावला सँभाले ना सँभलती, ये कैसी हैं पहेलियाँ ਓ, ਸਾਜਨਾ, ਭੁਲਾਵੇਂ ਤੇਰੀ ਯਾਦ ਨਾ ਓ, ਮੇਰੇ ਸਾਜਨਾ, ਦੁਨਿਆ ਦਾ ਮੈਨੂੰ ਆਸ ਨਾ