Likhe Jo Khat Tujhe
Mohammed Rafi
3:06ओ, मेरी महबूबा, महबूबा, महबूबा तुझे जाना है तो जा, तेरी मर्ज़ी, मेरा क्या? पर देख तू जो रूठ कर चली जाएगी तेरे साथ ही मेरे मरने की खबर जाएगी ओ, मेरी महबूबा, महबूबा, महबूबा तुझे जाना है तो जा, तेरी मर्ज़ी, मेरा क्या? पर देख तू जो रूठ कर चली जाएगी तेरे साथ ही मेरे मरने की खबर जाएगी ओ, मेरी महबूबा, महबूबा, महबूबा तुझे जाना है तो जा, तेरी मर्ज़ी, मेरा क्या? तेरी चाहत मेरा चैन चुराएगी तेरी चाहत मेरा चैन चुराएगी लेकिन तुझ को भी तो नींद ना आएगी मैं तो मर जाऊँगा लेकर नाम तेरा नाम मगर कर जाऊँगा बदनाम तेरा तौबा-तौबा, फिर क्या होगा? के याद मेरी दिल तेरा तड़पाएगी तेरे जाते ही, तेरे आने की खबर आएगी ओ, मेरी महबूबा, महबूबा, महबूबा तुझे जाना है तो जा, तेरी मर्ज़ी, मेरा क्या? जो भी हो मेरी इस प्रेम कहानी का जो भी हो मेरी इस प्रेम कहानी का पर क्या होगा तेरी मस्त जवानी का? आशिक़ हूँ मैं, तेरे दिल में रहता हूँ अपनी नहीं, मैं तेरे दिल की कहता हूँ तौबा-तौबा, फिर क्या होगा? के बाद में तू इक रोज़ पछताएगी ये रुत प्यार की जुदाई में ही गुज़र जाएगी ओ, मेरी महबूबा, महबूबा, महबूबा तुझे जाना है तो जा, तेरी मर्ज़ी, मेरा क्या? दीवाना, मस्ताना मौसम आया है दीवाना, मस्ताना मौसम आया है ऐसे में तूने दिल को धड़काया है माना, अपनी जगह पे तू भी क़ातिल है पर यारों से तेरा बचना मुश्किल हैं तौबा-तौबा, फिर क्या होगा? के प्यार में नज़र जब टकराएगी तड़पती हुई मेरी जान तू नज़र आएगी ओ, मेरी महबूबा, महबूबा, महबूबा तुझे जाना है तो जा, तेरी मर्ज़ी, मेरा क्या? पर देख तू जो रूठ कर चली जाएगी तेरे साथ ही मेरे मरने की खबर जाएगी ओ, मेरी महबूबा, महबूबा, महबूबा तुझे जाना है तो जा, तेरी मर्ज़ी, मेरा क्या?