Likhe Jo Khat Tujhe
Mohammed Rafi
3:06तेरी गलियों में ना रखेंगे कदम, आज के बाद तेरी गलियों में ना रखेंगे कदम, आज के बाद तेरे मिलने को न आएंगे सनम, आज के बाद तेरी गलियों में तू मेरा मिलना तू मेरा मिलना समझ लेना एक सपना था तुझको अब मिल ही गया जो तेरा अपना था तू मेरा मिलना समझ लेना एक सपना था तुझको अब मिल ही गया जो तेरा अपना था हम को दुनिया में समझना ना सनम, आज के बाद तेरी गलियों में ना रखेंगे कदम, आज के बाद तेरी गलियों में घिर के आएंगी घिर के आएंगी घटाएं फिर से सावन की तुम तो बाहों में रहोगी अपने साजन की घिर के आएंगी घटाएं फिर से सावन की तुम तो बाहों में रहोगी अपने साजन की गले हम ग़म को लगाएंगे सनम, आज के बाद तेरी गलियों में ना रखेंगे कदम, आज के बाद तेरे मिलने को ना आएंगे सनम, आज के बाद तेरी गलियों में