Aap Ke Karib
Kumar Sanu
6:53ख़ुशबू तुम्हारे प्यार की, आती हैं पवन में ख़ुशबू तुम्हारे प्यार की, आती हैं पवन में सुनती हूँ के तुम आओगे, इस बार सावन में ख़ुशबू तुम्हारे प्यार की, आती हैं पवन में सुनती हूँ के तुम आओगे, इस बार सावन में ख़ुशबू तुम्हारे प्यार की, आती हैं पवन में बागों के फूल कुछ नहीं मेरी निग़ाह में बागों के फूल कुछ नहीं मेरी निग़ाह में लो मैंने अपनी पलकें, बिछा दी हैं राह में लो मैंने अपनी पलकें, बिछा दी हैं राह में आओ के बहार आये, मेरे दिल के चमन में ख़ुशबू तुम्हारे प्यार की, आती हैं पवन में ख़ुशबू तुम्हारे प्यार की, आती हैं पवन में ख़ुशबू तुम्हारे प्यार की, आती हैं पवन में इक बार फ़िर पुकार, मेरे यार सावन में ख़ुशबू तुम्हारे प्यार की, आती हैं पवन में पूछेंगे हाल और सुनाऐंगे हाल हम पूछेंगे हाल और सुनाऐंगे हाल हम इक साँस में करेंगे, हज़ारों सवाल हम इक साँस में करेंगे, हज़ारों सवाल हम ये सोचके ठंडक सी पड़ी दिल की जलन में ख़ुशबू तुम्हारे प्यार की, आती हैं पवन में पहले तो तुमसे शिक़वे करूंगी, लडूंगी मैं पहले तो तुमसे शिक़वे करूंगी, लडूंगी मैं लगकर तुम्हारे सीने से, फिर रो पडूंगी मैं लगकर तुम्हारे सीने से, फिर रो पडूंगी मैं क्या-क्या ख़्याल आते है, तरसे हुऐ मन में ख़ुशबू तुम्हारे प्यार की, आती हैं पवन में सुनती हूँ के तुम आओगे, इस बार सावन में ख़ुशबू तुम्हारे प्यार की, आती हैं पवन में इक बार फ़िर पुकार, मेरे यार सावन में ख़ुशबू तुम्हारे प्यार की, आती हैं पवन में ख़ुशबू तुम्हारे प्यार की, आती हैं पवन में