Aur Is Dil Mein
Neelam Dixit
4:35अब के सजन सावन में अब के सजन सावन में आग लगेगी बदन में घटा बरसेगी मगर तरसेगी नज़र मिल ना सकेंगे दो मन एक ही आँगन में अब के सजन सावन में आग लगेगी बदन में घटा बरसेगी मगर तरसेगी नज़र मिल ना सकेंगे दो मन एक ही आँगन में अब के सजन सावन में दो दिलों के बीच खड़ी कितनी दीवारें हाय दो दिलों के बीच खड़ी कितनी दीवारें कैसे सुनूँगी मैं पिया प्रेम की पुकारें चोरी चुपके से तुम लाख करो जतन लाख करो जतन सजन मिल ना सकेंगे दो मन एक ही आँगन में अब के सजन सावन में इतने बड़े घर में नहीं एक भी झरोखा इतने बड़े घर में नहीं एक भी झरोखा किस तरह हम देंगे भला दुनिया को धोखा रात भर जगायेगी ये मस्त मस्त पवन मस्त मस्त पवन सजन मिल ना सकेंगे दो मन एक ही आँगन में ईश च्च च्च च्च च्च अब के सजन सावन में आग लगेगी बदन में घटा बरसेगी मगर तरसेगी नज़र मिल ना सकेंगे दो मन एक ही आँगन में अब के सजन सावन में