Om Jai Jai Jai Krishna
Sanjay Sawant
5:32ॐ जय शिव ओंकारा, भज जय शिव ओंकारा ब्रह्मा विष्णु सदा शिव ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा (जय-जय शिव ओंकारा) एकानन चतुरानन पंचानन राजे (स्वामी: पंचानन राजे) हंसानन गरुड़ासन हंसानन गरुड़ासन वृषवाहन साजे (स्वामी: जय शिव ओंकारा) दो भुज चार चतुर्भुज दस भुज अति सोहे (स्वामी: दस भुज अति सोहे) त्रिगुण रूपनिरखते त्रिगुण रूपनिरखते त्रिभुवन जन मोहे (स्वामी: जय शिव ओंकारा) अक्षमाला वनमाला मुण्डमाला धारी (स्वामी: मुण्डमाला धारी) त्रिपुरारी कंसारी त्रिपुरारी कंसारी कर माला धारी (स्वामी: जय शिव ओंकारा) श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे (स्वामी: बाघम्बर अंगे) सनकादिक गरुणादिक सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे (स्वामी: जय शिव ओंकारा) कर में मध्य कमंडलु चक्र त्रिशूलधारी (स्वामी: चक्र त्रिशूलधारी) सुखकारी दुखहारी सुखकारी दुखहारी जगपालनकारी (स्वामी: जय शिव ओंकारा) ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका (शिव जानत अविवेका) प्रणवाक्षर में शोभित प्रणवाक्षर में शोभित ये तीनों एका (स्वामी: जय शिव ओंकारा) त्रिगुणस्वामी जी की आरती जो कोई नर गावे (हाँ जी, जो कोई नर गावे) भजत शिवानन्द स्वामी: भजत शिवानन्द स्वामी: सुख संपति पावे (स्वामी: जय शिव ओंकारा) स्वामी: जय शिव ओंकारा (स्वामी: जय शिव ओंकारा) भज जय शिव ओंकारा (भज जय शिव ओंकारा) ब्रह्मा विष्णु सदा शिव (ब्रह्मा विष्णु सदा शिव) ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा (ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा) स्वामी: जय शिव ओंकारा (स्वामी: जय शिव ओंकारा)