Haqeeqat Ka Agar Afsana

Haqeeqat Ka Agar Afsana

Nusrat Fateh Ali Khan

Длительность: 4:25
Год: 2022
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Текст песни

हकीकत का अगर अफसाना बन जाए तो क्या कीजे
हकीकत का अगर अफसाना बन जाए तो क्या कीजे
हकीकत का अगर अफसाना बन जाए तो क्या कीजे
हकीकत का अगर अफसाना बन जाए तो क्या कीजे
हकीकत का अगर अफसाना बन जाए तो क्या कीजे
हकीकत का अगर अफसाना बन जाए तो क्या कीजे
गले मिलकर भी वो बेगाना
गले मिलकर भी वो बेगाना बन जाये तो क्या कीजे
हमें सौ बार तर्क-ए-मयकशी मंजूर है लेकिन
हमें सौ बार तर्क-ए-मयकशी मंजूर है लेकिन

आ आ आ

हमें सौ बार तर्क-ए-मयकशी मंजूर है लेकिन
नज़र उसकी अगर मयखाना
नज़र उसकी अगर मयखाना बन जाए तो क्या कीजे
नज़र उसकी अगर मयखाना बन जाए तो क्या कीजे
नज़र उसकी अगर मयखाना बन जाए तो क्या कीजे
नज़र उसकी अगर मयखाना बन जाए तो क्या कीजे
नज़र आता है सजदे में जो अक्सर शैख़ साहिब को
वो जलवा जलवा-ए-जानाना
वो जलवा जलवा-ए-जानाना बन जाए तो क्या कीजे
वो जलवा जलवा-ए-जानाना बन जाए तो क्या कीजे

आ आ आ आ

वो जलवा जलवा-ए-जानाना बन जाए तो क्या कीजे
वो जलवा जलवा-ए-जानाना बन जाए तो क्या कीजे
वो जलवा जलवा-ए-जानाना बन जाए तो क्या कीजे
वो जलवा जलवा-ए-जानाना बन जाए तो क्या कीजे