Krishna Darshan - Achyutam Keshavam
Om Voices Junior
4:35श्री रामचंद्र का भजन कर मन, जो सभी दुख भय हरें जिनके नयन मुख चरण कमल से, वो सदा ही कृपा करें रघुनाथ की है रम्य छवि, है बादलों सा नील रंग पहने पीतांबर जानकीवर, तेजमय है अंग अंग दीनों के रक्षक, पाप नाशक, सूर्य जैसा तेज है दशरथ दुलारे राम, कोसल देश के वो चंद्र हैं माथे तिलक, कानों में कुंडल, शीश सुंदर मुकुट है बलवान हाथ में धनुष बाण धरे सदा रणवीर हैं प्रभु राम रघुवर, सब के मनहर, सब विकारों को हरें करिए हृदय में वास, तुलसीदास यह विनती करे