Jai Shankar Shivshankar

Jai Shankar Shivshankar

Pt Jasraj

Альбом: Shiv Upasana
Длительность: 2:10
Год: 2007
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Текст песни

जय शंकर शिव शंकर जय जय त्रिपुरारी
जय सुरापाति त्रिभुवनपति जय जय असुरारी
हर हर हर महादेव
सत्या सनातन सुंदर शिव सबके स्वामी
अविकारी अविनाशी अज अंतर्यामी
आदि अंत अनामे सकल कलाधारी
अमल अरूप अगोचर अविचार अघहारी
हर हर हर महादेव
श्रण में होत प्रसन्ना सदाशिव तुम औदरदानी
तुम ही करता भरता महिमा जाग जानी
मणिमय भवन निवासी सब संपत्ति त्यागी
नित स्मशान निहारी योगी वैरागी
हर हर हर महादेव
छाल कपाल गारलागला मुण्डमाल व्याली
चीता भसमा तन शोभित नयन धरे लाली
प्रेत पिसाचा सुसेवित पीट जटाधारी
विवसना विकत रूप धर रुद्र प्रलयकारी
हर हर हर महादेव
शुभ्र सौम्य सुरसारीधर शशिधर सुखकारी
अति कमनिय शांतिकर शिव मुनिमना हारी
निरगुन सगुण निरंजन नवतम नित्या प्रभो
कालरूप केवल हर कालातीत विभहो
हर हर हर महादेव
सतचीत आनंद रसम करुणामे धाता
प्रेम सुधा निधि प्रियतम अखिल विश्व तराता
हर हर हर महादेव