Jeeye To Jeeye Kaise
Pankaj Udhas
3:30नग़मों के रंग बिखरे हैं ग़ज़लों की शाम हैं नग़मों के रंग बिखरे हैं ग़ज़लों की शाम हैं लिखा हैं मैंने जो भी वो महफ़िल के नाम हैं नग़मों के रंग बिखरे हैं ग़ज़लों की शाम हैं लिखा हैं मैंने जो भी वो महफ़िल के नाम हैं नग़मों के रंग बिखरे हैं ग़ज़लों की शाम हैं रुख मोड़ दे हवा का जो इंसान हैं वही रुख मोड़ दे हवा का जो इंसान हैं वही मेरा तमाम दोस्तों को ये पयाम हैं लिखा हैं मैंने जो भी वह महफ़िल के नाम हैं नग़मों के रंग बिखरे हैं ग़ज़लों की शाम हैं अरमान हैं मंज़िलो से भी आगे ग़ुज़र ने का अरमान हैं मंज़िलो से भी आगे ग़ुज़र ने का मंजिल तलक पहोचना एक बात आम हैं लिखा हैं मैंने जो भी वह महफ़िल के नाम हैं नग़मों के रंग बिखरे हैं ग़ज़लों की शाम हैं वादे इरादे जिनके बदलते नहीं कभी वादे इरादे जिनके बदलते नहीं कभी हर वक़्त फिर ये वक़्त तो उनका गुलाम हैं लिखा हैं मैंने जो भी वह महफ़िल के नाम हैं नग़मों के रंग बिखरे हैं ग़ज़लों की शाम हैं नग़मों के रंग बिखरे हैं ग़ज़लों की शाम हैं लिखा हैं मैंने जो भी वह महफ़िल के नाम हैं नग़मों के रंग बिखरे हैं ग़ज़लों की शाम हैं नग़मों के रंग बिखरे हैं ग़ज़लों की शाम हैं.