Kala Odhani
Pawan Singh
3:24सिनवा से दिल हमार भटकता तोहरे प जाके अटकता अखियाँ से बार बार वार कईनी तबहू निशाना काहे झटकता सुन चुम्मा चिखा के मुहे लाग जइबे हम जानतानी दिल लेके भाग जइबे हम जानतानी दिल लेके भाग जइबे फेरा मे तोरा जे परी उ कुवारे मरी हाँ डारह छोड़ी पताई जे चढी सीधे भुइहे धारी भुइहे धारी अरे कईले बड़ा जादुआ बनेला अब का साधुआ साधुआ लागता उजाड़ी हमार बाग जइबे हम जानतानी दिल लेके भाग जइबे हम जानतानी दिल लेके भाग जइबे बुझातानी तोर ईरादा मिलतावे छल से अरे धोवल ना बाड़े रे दादा ते त गंगा जल से गंगा जल से त राख हमके पंजरा बना लेहेब तोहके काजरा नहीं नहीं मैं सब जनता हूँ नईखे विश्वास जीभ दाग जइबे हम जानतानी दिल लेके भाग जइबे हम जानतानी दिल लेके भाग जइबे