Kashi Ke Vasi
Pawan Singh
3:28जय हो मईया जय जय माँ अंचरा के निबिया में होईहे हो शोर होई कईसे मईया सोईहे हो धीरे बोल ऐ कोयलिया धीरे बोल हो धीरे बोल ऐ कोयलिया धीरे बोल हो(धीरे बोल ऐ कोयलिया धीरे बोल हो) की मईया मोरी जाग जईहे हो की मईया मोरी जाग जईहे हो(की मईया मोरी जाग जईहे हो) की मईया मोरी जाग जईहे हो कोयलिया धीरे बोल हो धीरे बोल ऐ कोयलिया धीरे बोल हो(धीरे बोल ऐ कोयलिया धीरे बोल हो) जय हो देव लोक से चलली कही ना बिलमली भक्ता के अईली दुवारी भोरे भोरे अईह दर्शन पईह हो(भोरे भोरे अईह दर्शन पईह हो) सेवा में लाग जईह हो(सेवा में लाग जईह हो) आ थाकल होईहे मोरी मईया हो की थाकल होईहे मोरी मईया हो की थाकल होईहे मोरी मईया हो देरी से आईल डोलिया हो धीरे बोल ऐ कोयलिया धीरे बोल हो(धीरे बोल ऐ कोयलिया धीरे बोल हो) सुरुज के लाली आवे से पहिले धीरे धीरे माई चरण चूमी मगन होके गगन फूल बरसईहे हो(मगन होके गगन फूल बरसईहे हो) धरती हो हरषईहे हो भजनवा पवनवा गावे हो भजनवा पवन गईहे हो(भजनवा पवनवा गावे हो) भजनवा पवनवा गावे हो संगे सेवकन के टोलिया हो धीरे बोल ऐ कोयलिया धीरे बोल हो(धीरे बोल ऐ कोयलिया धीरे बोल हो) धीरे बोल ऐ कोयलिया धीरे बोल हो