Kaun Thagwa Nagariya Lutal Ho
Pawan Singh
4:05जब से छोड़के गईला खोता, हमरा आँखी से आलोता जब से छोड़के गईला खोता, हमरा आँखी से आलोता ना ओंघाई आवता मन लागत नईखे, कतही हमर बाबू जी, अब रोआई आवता मन लागत नईखे, कतही हमर बाबू जी, अब रोआई आवता अंगूरी धा के चले सिखावला, जग के राह देखावला अंगूरी धा के चले सिखावला, जग के राह देखावला का हा निमन का हा बाउर, एक एक बात बतावला का हा निमन का हा बाउर, एक एक बात बतावला अब ता कुछ ना बुझाता, हमके कुछ ना सोहाता याद रही रही के अंतिम विदाई आवता मन लागत नईखे, कतही हमर बाबू जी, अब रोआई आवता मन लागत नईखे, कतही हमर बाबू जी, अब रोआई आवता अतने बात के सबूर बा की, ई दुनियाँ के रीत बा अतने बात के सबूर बा की, ई दुनियाँ के रीत बा मन के पंछी के उड़ जाते, सुना सा संगीत बा मन के पंछी के उड़ जाते, सुना सा संगीत बा प्यार पल पल जतावल, नेह गुसा में देखावल याद बच बन के पढ़ावल पढ़ाई यावत मन लागत नईखे, कतही हमर बाबू जी, अब रोआई आवता मन लागत नईखे, कतही हमर बाबू जी, अब रोआई आवता