Main Rang Sharbaton Ka
Pritam
4:24ख्वाब है तू नींद हूँ मैं दोनो मिलें रात बने रोज़ यही माँगूँ दुआ तेरी मेरी बात बने बात बने मैं रंग शरबतों का तू मीठे घाट का पानी मैं रंग शरबतों का तू मीठे घाट का पानी मुझे खुद में घोल दे तो मेरे यार बात बन जानी रंग शरबतों का तू मीठे घाट का पानी मैं रंग शरबतों का तू मीठे घाट का पानी मुझे खुद में घोल दे तो मेरे यार बात बन जानी रंग शरबतों का तू मीठे घाट का पानी मैं रंग शरबतों का तू मीठे घाट का पानी ओ यारा तुझे प्यार की बतियाँ क्या समझांवा जाग के रतियाँ रोज़ बितावां इससे आगे अब मैं क्या कहूँ ओ यारा तुझे बोलती अँखियाँ सदके जावां माँग ले पकियां आज दुआवाँ इससे आगे अब मैं क्या कहूँ मैंने तो धीरे से नींदों के धागे से बाँधा है ख्वाब को तेरे मैं ना जहां चाहूँ ना आसमान चाहूँ आजा हिस्से में तू मेरे तू ढंग चाहतों का मैं जैसे कोई नादानी तू ढंग चाहतों का मैं जैसे कोई नादानी मुझे खुद से जोड़ दे तो मेरे यार बात बन जानी रंग शरबतों का तू मीठे घाट का पानी मैं रंग शरबतों का तू मीठे घाट का पानी मुझे खुद से जोड़ दे तो मेरे यार बात बन जानी रंग शरबतों का तू मीठे घाट का पानी तूने तो देखा है तूने जो जाना है फिर भी नहीं हूँ वो मै वो चाहोगे तुम जैसा हो जाउंगा वैसा चाहो तो वादा ये लेलो तुम एक मुसाफिर हो में कोई राह अंजनी तुम एक मुसाफिर हो में कोई राह अंजनी मनचाहा बोलदे तो मेरे यार बात जानी रंग शरबतों का तू मीठे घाट का पानी मैं रंग शरबतों का तू मीठे घाट का पानी मुझे खुद से जोड़ दे तो मेरे यार बात बन जानी रंग शरबतों का तू मीठे घाट का पानी ओ यारा तुझे प्यार की बतियाँ क्या समझांवा जाग के रतियाँ रोज़ बितावां इससे आगे अब मैं क्या कहूँ ओ यारा तुझे बोलती अँखियाँ सदके जावां माँग ले पकियां आज दुआवाँ इससे आगे अब मैं क्या कहूँ