Mann Ki Lagan
Rahat Fateh Ali Khan
4:52ये जो हल्की हल्की खुमरिया, है मोहब्बतो की त्यरिया आ आ आ आ कैसे काहु कैसे भला, रोके तू मुझको गुनाहो से हाए रोके तू मुझको गुनाहो से पिता जौ मई तो यारा, तेरी इन बहकी निगाहो से तेरी इन बहकी निगाहो से अब जो ग़लत था वो भी सही है बेहोश भी हू पी भी नही है ये जो हल्की हल्की ये जो हल्की हल्की खुमरिया, है मोहब्बतो की त्यरिया है मोहब्बतो की त्यरिया, ये जो हल्की हल्की खुमरिया कैसे काहु कैसे भला, रोके तू मुझको गुनाहो से हाए रोके तू मुझको गुनाहो से गा माँ पा धा सा रे रे रे सा चूपते छुपाते झूमे जुल्फे लाबो को चूमे चूपते छुपाते झूमे जुल्फे लाबो को चूमे, अफ करे सेहतनिया सर पे चड़ाया इनके इतना बनाया इन्हे, अफ हुई दीवानिया मुझपे यू हस्ती है, ये जुल्फे क्यू मेरी तरह मस्ती है अब जो ग़लत था वो भी सही है बेहोश भी हू पी भी नही है ये जो हल्की हल्की ये जो हल्की हल्की खुमरिया, है मोहब्बतो की त्यरिया है मोहब्बतो की त्यरिया, ये जो हल्की हल्की खुमरिया मेरी जिंदगी के बदले मुझे एक शाम दे दे आ आ मेरी जिंदगी के बदले मुझे एक शाम दे दे जो किसी को ना दिया हो मुझे वो इनाम दे दे तेरी आरज़ू करू मई तेरे ख्वाब मई साजौ होते जो भी आशिकी के मुझे सारे काम दे दे हो सारे कामो का है ये हर तारानो पिलाना पयमाना आँखो आँखो मे जो मैने सोचा ये जो मैने चाहा ये चला जाए ना वोही दूर ना रे ना रे ना अब जो ग़लत था वो भी सही है बेहोश भी हू पी भी नही है ये जो हल्की हल्की खुमरिया, है मोहब्बतो की त्यरिया ये जो हल्की हल्की खुमरिया, है मोहब्बतो की त्यरिया है मोहब्बतो की त्यरिया, ये जो हल्की हल्की खुमरिया