Chupana Bhi Nahi Aata (Unplugged Version)
Rahul Jain
के कितनी मोब्बत है तुमसे ज़रा पास आके तो देखो क्या आग है धड़कनो मे गले से लगा के तो देखो बताई ना जाए ज़ुबान से यह हालत मेरी जिस्मो जान को तुमहरि है चाहत कितना कितनी बेचैन हो के तुम से मिला कितना बेचैन हो के तुम से मिला तुमको क्या थी खबर था थी मैं कितना अकेला (कितनी अकेली) आआ आ आआ आ कितना अकेला आआ आ आआ आ जो है दरमियाँ एक परदा इसे जानेमन अब हटा दे यही फ़ासले कह रहे हैं चलो दूरियों को मिटा दे ना-कोई तमन्ना है, ना कोई हसरत मुझे तो सनम है तुम्हारी ज़रूरत कितना(कितनी) बेचैन हो के तुम से मिला कितना कितनी बेचैन हो के तुम से मिला तुमको क्या थी खबर था मैं कितना अकेला आआ आ आआ आ