Zara Zara
Bombay Jayashri
4:59तू ही नही मैं ही नही सारा ज़माना दर्द का है एक फसाना तू ही नही मैं ही नही सारा ज़माना दर्द का है एक फसाना आदमी हो जाए दीवाना याद करे गर भूल ना जाए मेरी निंदिया तोहे मिल जाए मैं जागू तू सो जाए मैं जागू तू सो जाए हो स्वप्न चला आए कोई चोरी-चोरी मस्त पवन गाए लोरी स्वप्न चला आए कोई चोरी-चोरी मस्त पवन गाए लोरी चंद्र किरण बनके डोरी तेरे मन को झूला झुलाए मेरी निंदिया तोहे मिल जाए मैं जागू तू सो जाए मैं जागू तू सो जाए हो राम करे ऐसा हो जाए मेरी निंदिया तोहे मिल जाए मैं जागू तू सो जाए मैं जागू तू सो जाए मैं जागू, मैं जागू