Are Dwarpalo Kanhaiya Se Keh Do
Ram Kumar Lakha
7:26हम्म हम्म आँखों के आँसू हर पल पुकारे आजा हारे के सहारे आजा हारे के सहारे श्याम आजा हारे के सहारे आजा हारे के सहारे आँखों के आँसू हर पल पुकारे आजा हारे के सहारे आजा हारे के सहारे आजा हारे के सहारे आजा हारे के सहारे, श्याम हो हो हो हो गहरी नदी है तेज़ है धारा गहरी नदी है तेज़ है धारा रात अँधेरी दूर किनारा रात अँधेरी दूर किनारा गहरी नदी है तेज़ है धारा रात अँधेरी दूर किनारा गहरी नदी है तेज़ है धारा रात अँधेरी दूर किनारा माँझी बनकर करके तूँ ही तो सबको पार उतारे आजा हारे के सहारे आजा हारे के सहारे आजा हारे के सहारे आस की माला टूट गई है आस की माला टूट गई है शायद किस्मत रूठ गई है शायद किस्मत रूठ गई है आस की माला टूट गई है शायद किस्मत रूठ गई है आस की माला टूट गई है शायद किस्मत रूठ गई है ग़ैर हो गए जो थे अपने हम अपनों से हारे आजा हारे के सहारे आजा हारे के सहारे आजा हारे के सहारे ऐसा कोई नज़र न आए ऐसा कोई नज़र न आए जो इस दिल को धीर बँधाए जो इस दिल को धीर बँधाए ऐसा कोई नज़र न आए जो इस दिल को धीर बँधाए ऐसा कोई नज़र न आए जो इस दिल को धीर बँधाए जो देखे थे सपने मैंने चूर हो गए सारे आजा हारे के सहारे आजा हारे के सहारे आजा हारे के सहारे देर करो न कृष्ण कन्हैया देर करो न कृष्ण कन्हैया पार लगा दो मेरी नईया पार लगा दो मेरी नईया देर करो न कृष्ण कन्हैया पार लगा दो मेरी नईया देर करो न कृष्ण कन्हैया पार लगा दो मेरी नईया कैसे फ़ूल खिलेंगे बेधड़क यह पतझड़ के मारे आजा हारे के सहारे आजा हारे के सहारे आजा हारे के सहारे आँखों के आँसू हर पल पुकारे आजा हारे के सहारे आजा हारे के सहारे आजा हारे के सहारे आजा हारे के सहारे, श्याम