Hey Mahaveer Karo Kalyan
Rishu Singh
6:49मनोजवं मारुततुल्यवेगं जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठ वातात्मजं वानरयूथमुख्यं श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये हे दुःख भन्जन मारुती नंदन हे दुःख भन्जन मारुती नंदन सुन लो मेरी पुकार पवनसुत विनती बारम्बार पवनसुत विनती बारम्बार हे दुःख भन्जन मारुती नंदन सुन लो मेरी पुकार पवनसुत विनती बारम्बार पवनसुत विनती बारम्बार अष्ट सिद्धि नव निधी के दाता दुखिओं के तुम भाग्यविधाता अष्ट सिद्धि नव निधी के दाता दुखिओं के तुम भाग्यविधाता सियाराम के काज सवारे सियाराम के काज सवारे मेरा कर उधार पवनसुत विनती बारम्बार पवनसुत विनती बारम्बार हे दुःख भन्जन मारुती नंदन सुन लो मेरी पुकार पवनसुत विनती बारम्बार पवनसुत विनती बारम्बार अपरम्पार है शक्ति तुम्हारी तुम पर रीझे अवधबिहारी अपरम्पार है शक्ति तुम्हारी तुम पर रीझे अवधबिहारी भक्ति भाव से ध्याऊं तोहे भक्ति भाव से ध्याऊं तोहे कर दुखों से पार पवनसुत विनती बारम्बार पवनसुत विनती बारम्बार हे दुःख भन्जन मारुती नंदन सुन लो मेरी पुकार पवनसुत विनती बारम्बार पवनसुत विनती बारम्बार जपु निरंतर नाम तिहारा अब नहीं छोडूं तेरा द्वारा जपु निरंतर नाम तिहारा अब नहीं छोडूं तेरा द्वारा राम भक्त मोहे शरण मे लीजे राम भक्त मोहे शरण मे लीजे भव सागर से पार पवनसुत विनती बारम्बार पवनसुत विनती बारम्बार हे दुःख भन्जन मारुती नंदन सुन लो मेरी पुकार पवनसुत विनती बारम्बार पवनसुत विनती बारम्बार