Mere Mehboob
Shilpa Rao
3:37मेहरम तू ही हैं मेरा ले सुन ले मेरी दास्ताँ रंजिशे धुआं धुआं सी ये आ रह ले तू भी यहां नूर ना रुकते साह वि ना मुकते के अक्क बन गया हैं लहू मेरा तेरी रज़ा हैं दर्द मज़ा हैं ले हुण बन गया बादशाह तेरा आजा लेके जाऊ तुझे साँसे घुट ती जहाँ ख्वाहिशें जो टूटी सी थी बिखरा उनका जहां दफ़न हो दोनों यहां फिर भी हो तन्हा पहले जो भी सजदा तेरा कहना तू ही मेरी है मेहरम जाना था यादों का एक आशियाना तेरा ख्वाबों में मुझको सताना वो जो तेरा प्यार था मैं ही तेरा यार था ऐसी भी हैं क्या वजह अब तक हूँ खफा वो जो तेरा प्यार था मैं ही तेरा यार था ऐसी भी हैं क्या वजह मैं हूँ खफा आजा लेके जाऊ तुझे साँसे घुट ती जहाँ ख्वाहिशें जो टूटी सी थी बिखरा उनका जहां दफ़न हो दोनों यहां फिर भी हो तन्हा पहले जो भी सजदा तेरा कहना तू ही मेरी है मेहरम अगर है लाइया तोड़ निभाइयाँ रीत चली आ रही है लम्हे सारे क़ैद मैं कर लूँ ऐसी घड़ी आ रही है होना है जो देखी जाए अब करम ही फरमाये होना है जो देखी जाए अब करम ही फरमाये