Noor-E-Pinhan
Sadiq Hussain
5:26जानम फ़िदा-ए-हैदरी या अली, अली अली जानम फ़िदा-ए-हैदरी या अली, अली अली जानम फ़िदा-ए-हैदरी या अली, अली अली जानम फ़िदा-ए-हैदरी या अली, अली अली है मुहम्मद मेरा दिल तो सीना अली मेरे जीने का वाहिद करीना अली दीने इस्लाम का है नगीना अली ह़क़ की मंज़िल का पहला है ज़ीना अली दश्त में अब्र का पहला क़तरा अली मेरा मुर्शद भी आक़ा भी मौला अली अली मौला अली हर सू सदा-ए-हैदरी या अली अली अली जानम फ़िदा-ए-हैदरी या अली, अली अली सुबह से शाम तक हर पहर हर घड़ी लब पे अपने रहे नारा-ए-हैदरी यानी ख़ैबर शिकन यानी मुश्किल कुशा बाद-ए-यज़दां के है दूसरा आसरा मैं मुसीबत में अपनी क्यूँ परीशां रहूं ग़म के मारों का है तू सहारा अली अली मौला अली रमज़े बक़ा-ए-हाशिमी या अली अली अली जानम फ़िदा-ए-हैदरी या अली, अली अली जानम फ़िदा-ए-हैदरी या अली, अली अली जानम फ़िदा-ए-हैदरी या अली, अली अली