Om Jai Lakshmi Mata
Jyoti Prakash
सोम सोम दे भरे भण्डार तेरे मंगल मेहर दा बक्षो दान माता बुध बुद्धि दे विच प्रकाश होवे वीर वीरता दा बक्षो दान माता शक्र शुकर कराँ तेरा हर वेले शनि शांति दे हों सामान माता एतवार विश्वास यकीन होवे पूरण कर दो सारे काज माता हे माता मातेश्वरी सर्व सुखों की खान माँ देवन वाली एक है मांगत कुल जहान अज्ज वी तेरा आसरा कल वी तेरी आस घड़ी घड़ी माँ आसरा ज्येष्ठ बाराह मास मेरी दाती के दरबार में सभी खड़े हत्थ जोड़ माँ देवन वाली एक है मांगत लाख करोड़ ऐ सच्चियाँ जोतां वाली माता तुहाडी सदा ही जय एत अम्बिका जी हिंगलाज, ज्वाला माँ तेरा पर्वतां दे विच दरबार माता सोम सरस्वती, कालका, भद्रकाली तैनू सिमरदा ए कुल संसार माता मगल मनसा देवी तू है पिंडरानी समय समय ते लवें अवतार माता बुध वीरता दी वरी महान शक्ति बग्घे शेर ते होवे सवार माता वीर वैष्णो देवी नैना देवी लक्खां भक्त दित्ते ने तार माता शुक्र शक्ति भवानी कृपालु है तू, कई जालिमां नूँ दित्ता है मार माता शनि शांति रूप महान दुर्गे तैनू भक्त सिमरन सत्ते वार माता रूप एक ते नाम अनेक तेरे तेरे चरणां तो जावाँ बलिहार माता मेहर करो मातेश्वरी, आये तेरे द्वार रक्ख लाज दाती आनके तुझे करते हैं नमस्कार नमस्कार नमस्कार