Aaj Ro Len De

Aaj Ro Len De

Shaarib Sabri

Альбом: 1920 London
Длительность: 4:46
Год: 2016
Скачать MP3

Текст песни

आज रो लेन दे वे जी भर के
मेरी साँसों से दगा कर के
तू गया मुझको फ़ना कर के वे जानिया
मेरा ज़ख्मएदिल हरा कर दे
इस ग़म की अब दवा कर दे
नज़रों को बावफ़ा कर दे वे जानिया
आदत है तेरी या तेरा नशा है
कैसे बताऊँ तुझको रह्बरा
आज रो लेन दे वे जी भर के
मेरी साँसों से दगा कर के
तू गया मुझको फ़ना कर के वे जानिया

साँसों को तेरी ज़रूरत
करे कैसे बयाँ कोई
आँखों में है ऐसी रंगत
कि रोशन हो जहां कोई
दिल बीमार ए मोहब्बत है
बस चाहता थोड़ी राहत है
तेरा ग़म ही मेरी मंज़िल है
तू ना क्यों मुझको हासिल है
हूँ मैं दरिया तू ही साहिल है वे जानिया
आज रो लेन दे वे जी भर के
मेरी साँसों से दगा कर के
तू गया मुझको फ़ना कर के ओ जानिया

वे जानिया हो जानिया
ज़िन्दा हूँ है मुझको हैरत
मैं तेरे बिन जिया कैसे
साँसों ने की ऐसी जुर्रत
ज़हर हँस के पिया कैसे
तेरे दर्द से मेरी निस्बत है
तेरी यादों की हसीं सोहबत है
अश्कों से दिल को तर कर दे
मेरी आहों में असर भर दे
मेरी नज़रों पे नज़र कर दे वे जानिया
आज रो लेन दे वे जी भर के
मेरी साँसों से दगा कर के
तू गया मुझको फ़ना कर के ओ
ओ जानिया ओ जानिया