Kabhi Jo Baadal Barse
Arijit Singh, Sharib-Toshi, Turaz, And Azeem Shirazi
4:15आज रो लेन दे वे जी भर के मेरी साँसों से दगा कर के तू गया मुझको फ़ना कर के वे जानिया मेरा ज़ख्मएदिल हरा कर दे इस ग़म की अब दवा कर दे नज़रों को बावफ़ा कर दे वे जानिया आदत है तेरी या तेरा नशा है कैसे बताऊँ तुझको रह्बरा आज रो लेन दे वे जी भर के मेरी साँसों से दगा कर के तू गया मुझको फ़ना कर के वे जानिया साँसों को तेरी ज़रूरत करे कैसे बयाँ कोई आँखों में है ऐसी रंगत कि रोशन हो जहां कोई दिल बीमार ए मोहब्बत है बस चाहता थोड़ी राहत है तेरा ग़म ही मेरी मंज़िल है तू ना क्यों मुझको हासिल है हूँ मैं दरिया तू ही साहिल है वे जानिया आज रो लेन दे वे जी भर के मेरी साँसों से दगा कर के तू गया मुझको फ़ना कर के ओ जानिया वे जानिया हो जानिया ज़िन्दा हूँ है मुझको हैरत मैं तेरे बिन जिया कैसे साँसों ने की ऐसी जुर्रत ज़हर हँस के पिया कैसे तेरे दर्द से मेरी निस्बत है तेरी यादों की हसीं सोहबत है अश्कों से दिल को तर कर दे मेरी आहों में असर भर दे मेरी नज़रों पे नज़र कर दे वे जानिया आज रो लेन दे वे जी भर के मेरी साँसों से दगा कर के तू गया मुझको फ़ना कर के ओ ओ जानिया ओ जानिया