Sarveshwari Jagdishwari He Maat Roop Maheshwari
Jagjit Singh
5:15भोर भाई दिन चढ़ गया मेरी अंबे भोर भाई दिन चढ़ गया मेरी अंबे हो रही जय जय कार मंदिर विच आरती जय माँ हे दरबारा वाली आरती जय माँ जय पहाडा वाली आरती जय माँ काहे की मैया तेरी आरती बनावा काहे की मैया तेरी आरती बनावा कहे दी पावां विच बाती मंदिर विच आरती जय माँ सोहे छोले वाली आरती जय माँ हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ सर्व सोने दी तेरी आरती बनावा सर्व सोने दी तेरी आरती बनावा अगर कपूर पावां बाती मंदिर विच आरती जय माँ हे माँ पिंडी रानी आरती जय माँ हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ कौन सुहगन दिवा बालेय मेरी मैया कौन सुहगन दिवा बालेय मेरी मैया कौन जागेगा सारि रात मंदिर विच आरती जय माँ सचीया ज्योंता वाली आरती जय माँ हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ सिमर चरण तेरा ध्यानु यश गावे जो ध्यावे सो यो फल पावे रख बाने दी लाज मंदिर विच आरती जय माँ सोहने मुद्रा वाली आरती जय माँ हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ