Taare Zameen Par

Taare Zameen Par

Shankar Mahadevan

Альбом: Taare Zameen Par
Длительность: 7:09
Год: 2007
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Текст песни

देखो इन्हें ये हैं ओस की बूँदें
पत्तो की गोद में आसमान से कूड़े
अंगड़ाई ले के फिर करवट बदल कर
नाज़ुक से मोटी हस्दे फिशल कर
खो ना जाए ये तारे ज़मीन पर
ये तो सर्दी में धूप की किरने
उतरे तो आँगन को सुनहरा सा करने
मॅन के अंधेरो को रोशन सा कर्दे
तटूरती हथेली की रंगत बदल दे
खो ना जाए ये तारे ज़मीन पर

जैसे आँखों की डिबईयन में नीडियाँ
और नीडियान में मीठा सा सपना
और सपने में मिल जाए फारिसता सा कोई
जैसे रंगो भरी पिचकारी
जैसे तितलियाँ फुलो की प्यारी
जैसे बिना मतलब का प्यारा रिस्ता हो कोई

ये तो आशा की ल़हेर है
ये तो उमिद की सहेर है खुशियों की नहर है
खो ना जाए ये तारे ज़मीन पर

देखो रातों को सिने पे ये तो
झील मिल किसी लाउ से उगे हैं
ये तो अंबियाँ के खुषबो में बागो से बह चले
जैसे काँच में चूड़ी के टुकड़े
जैसे खिले खिले फूलों के मुखड़े
जैसे बंसी कोई बजाए पेड़ो के तले

ये तो झोंके है पवन के
है ये घुँगरू जीवन के ये तो सुर है चमन के
खो ना जाए ये तारे ज़मीन पर

मोहाले की रौनक गलियाँ है जैसे
खिलाने की ज़िद पेर कलियाँ है जैसे
मुति में मौसम की जैसे हवायें
ये है बुज़ुर्गो के दिल की दूवायें
खो ना जाए ये तारे ज़ामीन पेर
तारे ज़ामीन पर

कभी बातें जैसे दादी नानी
कभी छ्चलके जैसे मममम पानी
कभी बन जाए भोले सवालो की झड़ी
सन्नाटे में हसी के जैसे
सुने होतों पे खुशी के जैसे
ये तो नूवर है बरसे गर तेरी किस्मत हो बड़ी
जैसे झरने में लहराए चिड़ियाँ
जैसे भीड़ में जैसे मॅन को
खो ना जाए खो ना जाए