Kabhi Jo Baadal Barse
Arijit Singh, Sharib-Toshi, Turaz, And Azeem Shirazi
4:15चल चल वे तू बंदेया उस गलिए जहाँ कोई किसी को ना जाने चल चल वे तू बंदेया उस गलिए जहाँ कोई किसी को ना जाने क्या रहना वहाँ पर सुन बंदेया जहाँ अपने ही ना पहचाने रह गये हैं जो तुझमे मेरे लम्हे लौटा दे मेरी आँखों में आके मुझे थोड़ा रुला दे चल चल वे तू बंदेया उस गलिए जहाँ कोई किसी को ना जाने ह्म्म्म ख्वाब जो हुए हैं खॅंडर ख्वाब ही नही थे इक नींद थी नीम सी हाए खो दिया है तूने जिसको तेरा ही नही था इक हार थी जीत सी कितना रुलाएगा ये तो बता रब्बा वे तुझे है तेरे रब दा वास्ता चल चल वे तू बंदेया उस गलिए जहाँ कोई किसी को ना जाने क्या रहना वहाँ पर सुन बंदेया जहाँ अपने ही ना पहचाने ऊ ऊ ऊ