Dhara 144
Siddh B
3:29मोम जिसे राखा सा सबा लाड ले आर आग जिसी खून में तपन राखा सा किस्मत ने बेमात मारे ठाड़े असूल सब कदमा माँ कर के दफन राखा सा अच्छा गेल आछे सा और माड्या गल माडे यारां के यार पड़े सा ना हुस्ना के लारे और कहीं हो आसीति मु पर बात कह दे से म्हारी इसे अदा पर हम ने जाट कह दे से म्हारी इसे अदा पर हम ने जाट कह दे से खुद के दम पर साँझो साक दे पानी मारना सीख्यां ना धोल लावा वाह कै छोटा हो किस्मत में चाहे लिख्या ना किस्मत में चाहे लिख्या ना खुद के दम पर साँझो साक दे पानी मारना सीख्यां ना धोल लावा वाह कै छोटा हो किस्मत में चाहे लिख्या ना जलती ना आग बुझी न राख कह दे से म्हारी इसे अदा पर हम ने जाट कह दे से म्हारी इसे अदा पर हम ने जाट कह दे से सुन म्हारा लोगां की जुबान पर चाल रेया जिक्र से माइंड करे ठाड़े राखे से जिगर माडे बंदे ना रे कदे करते न touch यार जितने बनाए सब बनाए टिच गिच छह छह फुट कद सीने आन के न फिते दूध की नमाज छोरे दे देवा से छींटे ले लोग दूर से पहचाने से चाल देख के कोई आंख भी न थाता हमदार देख के जो हमने मैदान का से पाल रे ख्वाब छोटू शामी बोरू बिना पाटे आँख लाल देख के गड्डी घोड़े धन दौलत ना किसे चीज का घाटा से रुतबे आगे हम जाटा की फैल ये बिरला टाटा से फैल ये बिरला टाटा से गड्डी घोड़े धन दौलत ना किसे चीज का घाटा से रुतबे आगे हम जाटा की फैल ये बिरला टाटा से इस Siddh B छोरे ने ना न्यूं ए खास कह दे से म्हारी इसे अदा पर हम ने जाट कह दे से म्हारी इसे अदा पर हम ने जाट कह दे से