Pagal Banawe
Sinta Bhai
3:39मन वैसे ही रे मनसे मनै मन वैसे ही रे मनसे मनै रे आज मज ही नजर कोधारी मार गई एकताल जरी मन बैसे गी रे मन बैसे की और पवा हो थ न्यारी चीज रा मन बैसे जी रे मन बै से जी मन बैसे जी रे मन प से जी शही धारी मार गई एक कालरी घर में आा बचे मार तुम बने ओ मन पैसे की रे मन पैसे कीरे पहर के काला सूटर छोरी कॉलेज आई है माथे पे बिंदी होठ गुलाबी नीरी तबाही है हां नशे ये तेरे जाम छुड़ा दे मने बता दे तेरे इरादे बाची तेरे पे जान कीला दे आ से जब तू होठ दबा के रवे मोहाली तू केथल आड़ी गर्दन जैसे सुराही मन बसगी रे मन बसगी रे पाटन नेवा होरी गोरी न्यारी चीज निराली मन बस गी रे मन बसगी तन में दे ड़ ओ ड़ी पानी मन पैसे कीरे मन पैसे की रे और में हो नरीरा मन पैसे की रे मन पैसे की ओ नना चकरा में या छोरी नख हैरे पच के रही आख ते ये आंख भरी दुनाली है ड़ ना देवे रात में जो नशा भरा मेरी बाता में ये आशिक सारे शहर किताब है क होना मेरी आदा में यो चांद से मुखड़ा बाड़ चा फैन होरे से दिल्ली आ चल मेया नाग सतन मोले जागी त में तो तेज में बोली भा बन बस मैं तेरे मन बस ग मनरे मनवा री रा मरे जी शिकारी में आ रे आज मज ही नजर कोधारी मार गई एकताल जरी मन बैसे गी रे मन बैसे की और पवा हो थ न्यारी चीज रा रे आज मज ही नजर कोधारी मार गई एकताल जरी मन बैसे गी रे मन बैसे की और पवा हो थ न्यारी चीज रा