Jai Ho
Sukhwinder Singh
5:19मुखरवोऽस्य मृगेन्द्रसुगर्जन सिंघम सबलमत्तगजेन्द्रविमर्दन सिंघम विपिनराट्सदृशो बलवानयम् सिंघम समनुजो हि नृसिंहवरस्तथा सिंघम मन भंवर उठे, तन सिहर उठे, जब खबर उठे, के आवे सिंघम आवे सिंघम सिंघम सिंघम सिंघम सिंघम ना किसी से ये कम बोलो इसमे है दम नरसिंह है ये सिंघम मन भंवर उठे, तन सिहर उठे, जब खबर उठे, के आवे सिंघम ना अगर चले, ना मगर चले, बस कहर चले, जब आवे सिंघम दिल तो सच्चा है इसे दिल में रखलो (में रखलो में रखलो) सपना अच्छा है पलकों से ढक्लो दिल विल से है तो यह इक बच्चा शरारत करता ही फिरे गर कभी समझे इसको कोई कच्चा घुसा ही मिले ताज़ा है हवा का यह झोका यहाँ वहाँ बहता ही फिरे गर कभी इसका रास्ता रोका तूफान सर चड़े बुरों को खीच के खीच के धूल धबीच के लहपथ पड़ जाए भलो को खींच के खींच के बाहों मे भींच के जब भी मिल जाए ना किसी से ये कम बोलो इसमे है दम नरसिंह है ये सिंघम मन भंवर उठे, तन सिहर उठे, जब खबर उठे, के आवे आवे सिंघम आवे सिंघम (सिंघम सिंघम सिंघम) ना किसी से ये कम बोलो इसमे है दम नरसिंह है ये सिंघम मन भंवर उठे, तन सिहर उठे, जब खबर उठे, के आवे सिंघम ना अगर चले, ना मगर चले, बस कहर चले, जब आवे सिंघम मुखरवोऽस्य मृगेन्द्रसुगर्जन सिंघम सबलमत्तगजेन्द्रविमर्दन सिंघम विपिनराट्सदृशो बलवानयम् सिंघम समनुजो हि नृसिंहवरस्तथा सिंघम सिंघम