Khalbali (From "Rang De Basanti")
A.R. Rahman, Nacim, & Mohammed Aslam
6:20कोई जाने ना ये कैसी आग है मेरे दिल को दस्ता ये कैसा नाग है हर घड़ी मई जिसको ढूंडू बचके ना जाएगा हा कही ना कही तो इक दिन मुझे मिल ही जाएगा दुश्मन मेरा मुझे ढूंडना, आसान है कहा ज़मीन देख लो या आसमान मई इक पल यहा मई इक पल हू वाहा नही पाओगे मेरा निशान जो कोई भी मुझको ढूंदे, वो कुछ ना पाएगा दिल मे ही वो दिल के अरमान वापस ले जाएगा समझे ज़रा दुश्मन मेरा इन्न आँखो मे है जाने कैसी ज्वाला इश्स को मॅट बुझने देना सुन्न लो मेरा कहना गुस्से मे कितनी, तुम दिलकश लगती हो जब तक भी रह पाओ तुम, गुस्से मे ही रहना मेरा गुस्सा तो, देखोगे एक दिन मेरे दिल मे क्या है, जानोगे एक दिन तुमसे मैं, इतना कह डू, वो दिन जब आएगा दिल मे ही वो दिल के, अरमान वापस ले जाएगा समझे ज़रा, दुश्मन मेरा