Janejan Kehke Bulaya

Janejan Kehke Bulaya

Suresh Wadkar | Alka Yagnik

Альбом: Ghar Ka Sukh
Длительность: 5:30
Год: 1987
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Текст песни

जाने जा कहके बुलाया तो बुरा मान गए
हाल-ए-दिल अपना सुनाया तो बुरा मान गए
जाने जा कहके बुलाया तो बुरा मान गए
हाल-ए-दिल अपना सुनाया तो बुरा मान गए
हम तो समझा थे तुम्हे हुस्न का सच्चा आशिक
तुमने हमको ही बनाया तो बुरा मान गए
हम तो समझा थे तुम्हे हुस्न का सच्चा आशिक
तुमने हमको ही बनाया तो बुरा मान गए

देखो तुम कल भी नहीं आए थे वादा करके
आज आए हैं तो जगह दे का इरादा करके
देखो तुम कल भी नहीं आए थे वादा करके
आज आए हैं तो जगह दे का इरादा करके
अपनी मर्जी के मालिक हैं हमें परवाह किसकी
क्या करोगे जो मुकर जायेंगे वादा करके
हाय तेरे वादे पे जीए हम
तो ए जान झुक जाना
कि खुशी से मर न जाते हम अगर एक बार होते
बड़े आए शायर छोड़ दो मुझे

जाने किस-किस की गज़ल रोज़ सुना करते हो
मैंने एक शेर सुनाया तो बुरा मान गए
जाने किस-किस की गज़ल
रोज़ सुना करते हो
मैंने एक शेर सुनाया तो बुरा मान गए

हम तो समझे थे तुम्हे हुस्न का सच्चा आशिक
तुमने हमको ही बनाया तो बुरा मान गए

जो भी रुसवाई हुई उसका गुनहगार हूँ मैं
जो भी रुसवाई हुई उसका गुनहगार हूँ मैं
प्यार करता हूँ मोहब्त का तलबगार हूँ मैं
जब भी मिलते हो परेशान किया करते हो
ऐसी दीवानी मोहब्बत से बेज़ाब हूँ मैं
दिल में हैं प्यार मगर होंठों पे इकरार नहीं
आईना हमने दिखाया तो बुरा मान गए
दिल में हैं प्यार मगर होंठों पे इकरार नहीं
आईना हमने दिखाया तो बुरा मान गए
हम तो समझा थे तुम्हे हुस्न का सच्चा आशिक
तुमने हमको ही बनाया तो बुरा मान गए

महका महका ये बहारों का हसी मौसम है
ऐसे में दूर क्यों मुझसे मेरे हमदम हैं
महका महका ये बहारों का हसी मौसम है
ऐसे में दूर क्यों मुझसे मेरे हमदम हैं
ऐसे मौसम में बहक जाने का डर है वरना
जो तुम्हारा है वही हमारा आलम है सच
फिर तो आ जाओ मेरी बाहों में जाने जा
अब गुस्से में ये न कहना बुरा मान गए
रूठा जाना तो हसीनों की अदा होती है
फिर अब मान भी लाओ लो हम मान गए
ला ला ला ला ला ला