Ae Maiya Chintapurni
Narendra Chanchal
7:37तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी बुलाया लाख वार तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी बुलाया लाख वार कदे हो के दयाल कर साडा वी ख़याल कदे हो के दयाल कर साडा वी ख़याल तैनू दुखड़ा मैं दातिए, सुनाया लख वार तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी मैं बुलाया लख वार तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी मैं बुलाया लख वार तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी नित् बूहा एहो सोच के मैं मल्लां दातिए कदे माँ पुत्त करांगे नी गल्लां दातिए कदे माँ पुत्त करांगे नी गल्लां दातिए होर सारिया नू सुख दिते वंड माये नी पा दे साडे वी तूं कालजे च ठंड माये नी पा दे साडे वी तूं कालजे च ठंड माये नी साडी सुण के पुकार क्यों तूं बैठी चुप धार साडी सुण के पुकार क्यों तूं बैठी चुप धार तेरी ममता नूं मैं जगाया लख वार तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी मैं बुलाया लख वार तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी मैं बुलाया लख वार तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी बोल मीठे मीठे बोल मायें गुस्सा जांण दे चुन्नी गोटे वाली भगता दे सिर ताण दे चुन्नी गोटे वाली भगता दे सिर ताण दे दिल माँ दा जे बचेया तो दूर रहेगा फेर आसरा बे आसरे नूं कौन देवेगा फेर आसरा बे आसरे नूं कौन देवेगा क्यों हो के दैयावान इधर किता ना ध्यान क्यों हो के दैयावान इधर किता ना ध्यान बड़ी आस रख मैं ते धियाया लख वार तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी मैं बुलाया लख वार तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी मैं बुलाया लख वार तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी एहना कर्मा दे मारिया नु तु ही मारना कम् हुँदा ऐ मलाहा दा ते बेडा तारना कम् हुँदा ऐ मलाहा दा ते बेडा तारना तेरे ज़रा जिही इशारे दी ऐ गल्ल दातिए सारी मुश्किल ने हो जाणा हल्ल दातिए सारी मुश्किल ने हो जाणा हल्ल दातिए छेती हो जा प्रसन्न साड्डी बेनती तूं मन्न छेती हो जा प्रसन्न साड्डी बेनती तूं मन्न पा के निर्दोष कर ले मनाया लख वार तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी मैं बुलाया लख वार तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी मैं बुलाया लख वार तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी मैं बुलाया लख वार तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी मैं बुलाया लख वार कदे हो के दयाल कर साडा वी ख़याल कदे हो के दयाल कर साडा वी ख़याल तैनू दुखड़ा मैं दातिए, सुनाया लख वार तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी मैं बुलाया लख वार तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी मैं बुलाया लख वार तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी मैं बुलाया लख वार तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी मैं बुलाया लख वार तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी मैं बुलाया लख वार तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी मैं बुलाया लख वार तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी मैं बुलाया लख वार तेरी मूर्ति नहीं बोल्दी मैं बुलाया लख वार