Ishq Hai
Anurag Saikia
5:13हम्म हम्म कुछ तो कहो, कुछ तो सुनो टेढ़े-मेढ़े रस्ते कहीं तो मिलो डर लगता है हमें ज़िद की ये बातों से अब न रुकेंगे, अब न मिलेंगे ना सुनेंगे, अब ना रुकेंगे अब ना झुकेंगे पर दो दिन के बाद हम डरते हैं दो दिन के बाद हम मरते हैं दो दिन के बाद खुद से बातें करते हैं दो दिन के बाद तुमसे प्यार करते हैं दो दिन के बाद, दो दिन के बाद दो दिन के बाद, दो दिन के बाद दो दिन के बाद, दो दिन के बाद दो दिन के बाद, दो दिन के बाद! कब तक ये खेल खेलोगे तुम ना ये दर्द समझोगे कितनी है कीमत गुरूर की जो न कर पाए कभी हम पूरी अब हम कहेंगे, तुम सुनोगे (तुम सुनो-) लगता है हमको तुम ना रहोगे हमारे साथ, हम डरते हैं तुम ना हो पास, हम मरते हैं आती है याद, खुद से बातें करते हैं तुमसे प्यार करते हैं दो दिन के बाद, दो दिन के बाद दो दिन के बाद, दो दिन के बाद दो दिन के बाद, दो दिन के बाद दो दिन के बाद, दो दिन के बाद आ भी जा मेरी दो बातें सुन ज़रा मुझसे कभी ना हो ख़फ़ा मुझसे कभी ना हो ख़फ़ा आ भी जा मेरी दो बातें सुन ज़रा मुझसे कभी ना हो ख़फ़ा मुझसे कभी ना हो ख़फ़ा दो दिन के बाद हम डरते हैं दो दिन के बाद दो दिन के बाद हम डरते हैं तुमसे प्यार करते हैं