Jaahi Vidhi Rakhe Ram
Tripti Shaqya
8:06जय श्री राम जय-जय-जय, जय श्री राम शबरी मगन है राम भजन में शबरी मगन है राम भजन में राम दरस की आस है मन में राम दरस की आस है मन में जय श्री राम जय-जय-जय, जय श्री राम देख लूं राम को इस जीवन में देख लूं राम को इस जीवन में राम दरस की आस है मन में राम दरस की आस है मन में शबरी मगन है राम भजन में राह निहारे श्रद्धा से निसदिन राम-राम रटते जाएं पलछिन राह निहारे श्रद्धा से निसदिन राम-राम रटते जाएं पलछिन काट रही है इंतज़ार की घड़ियां दिन उंगली पे गिन-गिन देर न होगी अब दर्शन में देर न होगी अब दर्शन में राम दरस की आस है मन में राम दरस की आस है मन में शबरी मगन है राम भजन में राम से जोड़ें प्रेम के धागे लोभ, मोह, माया मन से त्यागें राम से जोड़ें प्रेम के धागे लोभ, मोह, माया मन से त्यागें राम का सुमिरन करके सोयें “जय श्री राम की,” बोल के जागें राम का मंदिर है आंगन में राम का मंदिर है आंगन में राम दरस की आस है मन में राम दरस की आस है मन में शबरी मगन है राम भजन में रोम-रोम में राम गए हैं रंग राम ही गायें सांसों की सरगम रोम-रोम में राम गए हैं रंग राम ही गायें सांसों की सरगम राम की याद में जब शबरी के नैन बरस जाते छन-छन राम को देखे वो अंशुवन में राम को देखे वो अंशुवन में राम दरस की आस है मन में राम दरस की आस है मन में शबरी मगन है राम भजन में शबरी मगन है राम भजन में राम दरस की आस है मन में राम दरस की आस है मन में