Kabhi Ram Banke Kabhi Shyam Banke
Tripti Shakya
8:20मनिहारी का भेस बनाया श्याम चूड़ी बेचने आया छलिया का भेस बनाया श्याम चूड़ी बेचने आया झोली कंधे धरी उस में चूड़ी भरी झोली कंधे धरी उस में चूड़ी भरी झोली कंधे धरी उस में चूड़ी भरी गलिओं में शोर मचाया श्याम चूड़ी बेचने आया छलिया का भेस बनाया श्याम चूड़ी बेचने आया हो हो… ओ ओ हो हो… ओ ओ राधा ने सुनी, ललिता से कही राधा ने सुनी, ललिता से कही राधा ने सुनी, ललिता से कही मोहन को तुरत बुलाया श्याम चूड़ी बेचने आया छलिया का भेस बनाया श्याम चूड़ी बेचने आया चूड़ी लाल नहीं पहनू चूड़ी हरी नहीं पहनू चूड़ी लाल नहीं पहनू चूड़ी हरी नहीं पहनू हाँ चूड़ी लाल नहीं पहनू चूड़ी हरी नहीं पहनू मुझे श्याम रंग है भाया श्याम चूड़ी बेचने आया छलिया का भेस बनाया श्याम चूड़ी बेचने आया हो हो… ओ ओ हो हो… ओ ओ राधा पहनन लगी श्याम पहनाने लगे राधा पहनन लगी श्याम पहनाने लगे राधा पहनन लगी श्याम पहनाने लगे राधा ने हाथ बढाया श्याम चूड़ी बेचने आया छलिया का भेस बनाया श्याम चूड़ी बेचने आया राधा कहने लगी तुम हो छलिया बड़े राधा कहने लगी तुम हो छलिया बड़े राध कहने लगी तुम हो छलिया बड़े धीरे से हाथ दबाया श्याम चूड़ी बेचने आया छलिया का भेस बनाया श्याम चूड़ी बेचने आया मनिहारी का भेस बनाया श्याम चूड़ी बेचने आया छलिया का भेस बनाया श्याम चूड़ी बेचने आया मनिहारी का भेस बनाया श्याम चूड़ी बेचने आया छलिया का भेस बनाया श्याम चूड़ी बेचने आया