Rani Pa Raj
Tuntun Yadav
3:07कहानी हो प्रेमी के हो जन प्रेमी के दिल टूटल बा बहुत चहला के बाद भी ओ एक लेखो हो प्रॉब्लम घर परिवार के डरे, लोक समाज के डरे, चहमा समान के डरे अंत में दोनों अपना किस्मत के दोष देखे एक दूसरे से बिछड़े के सलाह करता है अरे केहू केहू मिलेला लाखों हजार में रितिया हो प्रीतिया के बिछड़े लास्ट सागे प्यार में हरे लाखों खेद धार अरे केहू केहू मिलेला लाखों हजार में रितिया हो प्रीतिया के बिछड़े लास्ट सागे प्यार में ओहे चना का बिछड़ के जरा से कादु प्यार असफल भईलवा ऐसे मुहब्बत सब वैवाह कइल एकर मुहब्बत सफल भईलवा ऐसे मुहब्बत सब वैवाह कइल एकर मुहब्बत सफल भईलवा सबकी नसीब में प्यार ना हो लावा विकी बॉक्स कसम से कहता नहीं जान लड्डू गिरावत सबसे छुपावत रहता नहीं जान कसम से कहा तानिये जान मुझे कहा तानिये जान कर ईलाज नहीं तो ठीक कहाला दिल के दरद दिया दवाइयों से नाजाला उहेड़ पीछे छनी रही जकरा प्यार असल भईलवा ऐसे मुहब्बत सब वैवाह कइले एकर मुहब्बत सफल भईलवा ऐसे मुहब्बत सब वैवाह कइले एकर मुहब्बत सफल भईलवा कहि प्यार सब दुनिया धोये अब गजब मजबूरी होई लबा मिल के मनबा कही से मिली दूरी भइल बा गजब मजबूरी भइल बा मजबूरी भइल वाह ए खुदाखुशी करें ना तो केहू भागे दिलवा के रुगावा दूध से मनवोके ना लागे समाज वाला कुरीति के लग सुनील तुल तुल दसल गोबैंड़ा ऐसे मुहब्बत सब वैवाह कइले एकर मुहब्बत सफल भइलवा ऐसे मुहब्बत सब वैवाह कइले एकर मुहब्बत सफल भईलवा सब नसीब के खेलाना