Chand Taron Mein (From "2 October")
Udit Naryan
5:17तक-तुना तक-तुना, धिना-धिन धिना-धिन तक-तुना तक-तुना, धिना-धिन धिना-धिन नदिया के तीरे मोरा गाँव, हो... गैया चरेली पीपर के छाँव, हो... अरे, नदिया के तीरे मोरा गाँव गैया चरेली पीपर के छाँव कौवा बोलेला काओं-काओं, हमरे गाँव में हो, कौवा बोलेला काओं-काओं, हमरे गाँव में अरे, नदिया के तीरे मोरा गाँव गैया चरेली पीपर के छाँव कौवा बोलेला काओं-काओं, हमरे गाँव में हो, कौवा बोलेला काओं-काओं, हमरे गाँव में बगिया, बगईचा, ताल तलैया चिरई चुरुंगवा के शोर भईया से झगड़ा करके भौजी भागेली नईहर के ओर अरे, बगिया, बगईचा, ताल तलैया चिरई चुरुंगवा के शोर भईया से झगड़ा करके भौजी भागेली नईहर के ओर लह-लह-लह-लह करे बधार अमुआ की डांरी पे बोले बहार बहे हरदम बसंती बेयार, हमरा गाँव में कौवा बोलेला काओं-काओं, हमरे गाँव में हरवा, बैलवा, छैंटि कुदारि लेके खेतवा में जाले किसान ममता लुटावेली ई धरती मईया खेतवा में बसे परान होय, हरवा, बैलवा, छैंटि कुदारि लेके खेतवा में जाले किसान ममता लुटावेली ई धरती मईया खेतवा में बसे परान कबही ना टूटे नहिया के डोर हरदम रहे ला सुख के अंजोर हमार गाँव बा सबसे बेजोड़, सगरे गाँव में कौवा बोलेला काओं-काओं, हमरे गाँव में नदिया के तीरे मोरा गाँव गैया चरेली पीपर के छाँव कौवा बोलेला काओं-काओं, हमरे गाँव में हो, कौवा बोलेला काओं काओं, हमरे गाँव में