Kho Diye
Sadhana Sargam
5:38आ हम अपने ग़म को सजा कर बहार कर लेंगे हम अपने ग़म को सजा कर बहार कर लेंगे हम अपने ग़म को सजा कर बहार कर लेंगे तेरे ख़यालों को थोड़ा सा प्यार कर लेंगे हम अपने ग़म को सजा कर बहार कर लेंगे हम अपने ग़म को सजा कर बहार कर लेंगे तेरे ख़यालों को थोड़ा सा प्यार कर लेंगे हम अपने ग़म को सजा कर बहार कर लेंगे मोहब्बतों की कहानी कहानी तुझे सुनाएंगे तुझे बुलाएंगे ख़्वाबों में और जगाएंगे हवा चलेगी तो आँचल आँचल की याद आएगी घटा उठेगी तो काजल काजल की याद आएगी तेरे हसीं तसब्बुर को प्यार कर लेंगे यूँ याद हम भी तुझे बार-बार कर लेंगे हम अपने ग़म को सजा कर बहार कर लेंगे हाँ, तेरे ख़यालों को थोड़ा सा प्यार कर लेंगे हम अपने ग़म को सजा कर बहार कर लेंगे जो प्यार करते हैं वो इन ग़मों को सहते हैं मोहब्बतों में तूफ़ान आते रहते हैं तुम्हारे नाम को धड़कन धड़कन के साथ रख लेंगे तुम्हारे चेहरे को दर्पण दर्पण के साथ रख लेंगे ये दूरियों का समुंदर भी पार कर लेंगे तमाम उम्र तेरा इंतज़ार कर लेंगे हम अपने ग़म को सजा कर बहार कर लेंगे तेरे ख़यालों को थोड़ा सा प्यार कर लेंगे हम अपने ग़म को सजा कर बहार कर लेंगे हम अपने ग़म को सजा कर बहार कर लेंगे