O Saathi Re
Vishal Bhardwaj
5:29जग जा री गुड़िया मिस्री की पुड़िया मीठे लगे दो नैना नैनों में तेरे हम ही बसे थे हम ही बसे हैं हैं न जग जा री गुड़िया मिस्री की पुड़िया मीठे लगे दो नैना नैनों में तेरे हम ही बसे थे हम ही बसे हैं हैं न ओ री राणी गुडिया जग जा आरी जग जा मरी जग जा जग जा री गुड़िया मिस्री की पुड़िया मीठे लगे दो नैना हल्का सा कोसा सुबह का बोसा मान जा री अब जाग जा नाक पे तेरे काटेगा बिच्छू जाग जा तू मान जा जो चाहे ले लो दशरथ का वादा नैनों से खोलो जी रैना ओ री राणी गुडियाआ जग जा आरी जग जा मुई जग जा किरणों का सोना ओस के मोती मोतियों सा मोगरा तेरा बिछौना भर भर के दारू गुलमोहर का टोकरा और जो भी चाहो मांगो जी मांगो बोलो जी मेरी मैना ओ री राणी गुडिया जग जा आरी जग जा ओये जग जा जग जा री गुड़िया मिस्री की पुड़िया मीठे लगे दो नैना नैनों में तेरे हम ही बसे थे हम ही बसे हैं हैं न