Man Mai Basa Kar Teri Murati (Hindi)
Vishnupriya Avi Ji
5:01मेरो मन लाग्यो श्री वृन्दावन धाम मेरो मन लाग्यो श्री वृन्दावन धाम राधा राधा रटते रटते तन से निकले प्राण राधा राधा रटते रटते तन से निकले प्राण मेरो मन लाग्यो श्री वृन्दावन धाम मेरो मन लाग्यो श्री वृन्दावन धाम यमुना जी का निर्मल पानी शीतल करत शरीर शीतल करत शरीर बंसी बजावत गावत कान्हो संग लियो बलवीर संग लियो बलवीर मोर मुकुट पिताम्बर सोहे गल वैजयन्ती माल मेरो मन लाग्यो श्री वृन्दावन धाम मेरो मन लाग्यो श्री वृन्दावन धाम वृन्दावन के वृक्ष को प्यारे वृक्ष न माने कोय वृक्ष न माने कोय डाल डाल और पात-पात श्री राधे राधे होय राधे राधे होय बृज की माटी माथे लगाकर मिल गए मुझको श्याम मेरो मन लाग्यो श्री वृन्दावन धाम मेरो मन लाग्यो श्री वृन्दावन धाम राधा रमण मेरे बांके विहारी श्री राधा बल्लभ लाल राधा बल्लभ लाल जुगल किशोरी जू मदन मोहन जू प्यारे गोपीनाथ, प्यारे गोपीनाथ रूप गोस्वामी प्रकट कियो जहां गोविन्द रूप निधान वृन्दावन की सप्त निधिन को करते है हम प्रणाम मेरो मन लाग्यो श्री वृन्दावन धाम मेरो मन लाग्यो श्री वृन्दावन धाम राधा राधा रटते रटते तन से निकले प्राण राधा राधा रटते रटते तन से निकले प्राण मेरो मन लाग्यो श्री वृन्दावन धाम मेरो मन लाग्यो श्री वृन्दावन धाम