Oh Mere Dil Ke Chain
Abhijeet
4:30चलो इक बार फिर से अजनबी बन जाएँ हम दोनों चलो इक बार फिर से अजनबी बन जाएँ हम दोनों न मैं तुम से कोई उम्मीद रखूँ दिल-नवाज़ी की न तुम मेरी तरफ़ देखो ग़लत-अंदाज़ नज़रों से न मेरे दिल की धड़कन लड़खड़ाए मेरी बातों से न ज़ाहिर हो तुम्हारी कश्मकश का राज़ नज़रों से चलो इक बार फिर से अजनबी बन जाएँ हम दोनों चलो इक बार फिर से अजनबी बन जाएँ हम दोनों तुम्हें भी कोई उलझन रोकती है पेश-क़दमी से मुझे भी लोग कहते हैं कि ये जल्वे पराए हैं मिरे हमराह भी रुस्वाइयाँ हैं मेरे माज़ी की मिरे हमराह भी रुस्वाइयाँ हैं मेरे माज़ी की तुम्हारे साथ भी गुज़री हुई रातों के साए हैं चलो इक बार फिर से अजनबी बन जाएँ हम दोनों चलो इक बार फिर से अजनबी बन जाएँ हम दोनों चलो इक बार ये सफर चलता रहेगा कभी मंजिल दूर तो कभी पास आपने मुझे पलकों को बिठाया आपने मुझे दिल में बसाया उम्मीद है में हमेशा वही पर रहूँगा वही पर