Woh Kisi Aur Kisi Aur Se Milke
Agam Kumar Nigam
6:30रोते रोते यूँ ही रात गुज़र जाती है रोते रोते यूँ ही दिन गुज़र जाता है रोते रोते यूँ ही रात गुज़र जाती है रोते रोते यूँ ही दिन गुज़र जाता है जैसे कोई फर्श पे टूट के सीशा बिखर जाता है ऐसे टूटा हुआ दिल अपना नज़र आता है रोते रोते यूँ ही रात गुज़र जाती है रोते रोते यूँ ही दिन गुज़र जाता है जैसे कोई फर्श पे टूट के सीशा बिखर जाता है ऐसे टूटा हुआ दिल अपना नज़र आता है जैसे कोई फर्श पे टूट के सीशा बिखर जाता है ऐसे टूटा हुआ दिल अपना नज़र आता है तुम्हारी याद आती है मैं कितना टूट जाता हूँ बरसती हैं मेरी आँखें मैं बस आंसू बहाता हूँ तुम्हारी याद आती है मैं कितना टूट जाता हूँ बरसती हैं मेरी आँखें मैं बस आंसू बहाता हूँ तुम किसी और के हो अब सहा मुझसे नहीं जाता मुझे जो दर्द होता है कहा मुझसे नहीं जाता धीरे धीरे यूँ ही रात गुज़र जाती है धीरे धीरे यूँ ही दिन गुज़र जाता है जैसे कोई फर्श पे टूट के सीशा बिखर जाता है ऐसे टूटा हुआ दिल अपना नज़र आता है रोते रोते यूँ ही रात गुज़र जाती है रोते रोते यूँ ही दिन गुज़र जाता है निभाने थे नहीं वादे क्यूँ वादे कर दिए हमसे शिकायत है शिकायत ये कहेंगे उम्र भर तुमसे हो निभाने थे नहीं वादे क्यूँ वादे कर दिए हमसे शिकायत है शिकायत ये कहेंगे उम्र भर तुमसे हज़ारों चोट उठती हैं तेरे सीने में रह रह कर तुम्हें मालूम क्यू अब मैं यूँ ही जीता हु मर मर कर चुपके चुपके यूँ ही रात गुज़र जाती है चुपके चुपके यूँ ही दिन गुज़र जाता है जैसे कोई फर्श पे टूट के सीशा बिखर जाता है ऐसे टूटा हुआ दिल अपना नज़र आता है जैसे कोई फर्श पे टूट के सीशा बिखर जाता है ऐसे टूटा हुआ दिल अपना नज़र आता है रोते रोते यूँ ही रात गुज़र जाती है रोते रोते यूँ ही दिन गुज़र जाता है जैसे कोई फर्श पे टूट के सीशा बिखर जाता है ऐसे टूटा हुआ दिल अपना नज़र आता है