Ziddi Dil
Vishal Dadlani
4:47हो टुकड़ों में बिखरा अँधेरा चमका सितारा जो तेरा अम्बर पे आ दस्तखत कर दे तू अब तलक था अधूरा होने ही वाला है पूरा हद्द से गुज़र जा तू हद कर दे है चाह तोह है रास्ता ये जान ले ज़रा मुमकिन नहीं है क्या अगर तू ठान ले ज़रा वो ओ ओ वो ओ ओ वो ओ ओ वो ओ वो ओ वो ओ ओ वो ओ ओ वो ओ ओ वो ओ वो ओ तेरी बारी है कमर कस ले तेरे बस में है सारे मसले तेरे टूटे हुए दिल की ज़मीनो पे हिम्मत की उगा ले फ़सलें तेरे हाथों में करम है तेरा और खून गरम है तेरा कोई तीर निशाने से चूक न जैम के कदम रख ले खुद में तू हथियार है लड़ने को तैयार है डंके की एक चोट के जैसा हर तेरा वार है मंज़िल तुझपे है फ़िदा तेरा हाफिज़ है खुदा कुछ ऐसा कर्जा के वो भी तुझसे पूछे बन्दे बतला दे तेरी मर्ज़ी है क्या वो ओ ओ वो ओ ओ वो ओ ओ वो ओ वो ओ वो ओ ओ वो ओ ओ वो ओ ओ वो ओ वो ओ हर डर का हटा दे कोहरा ताक़त तू बन मोहरा हर लक्ष्य को भेद के दिखला दे अर्जुन की कहानी दोहरा मरहम हो हराम तेरा और ज़ख्म इनाम तेरा भीगा हो जो तेरे पसीने में वही जीत का हो चेहरा मन अब है फर्श पर तेरा हक़ तो है शिखर हर भंधन से टूट के अपनी मंजिल पे तू कुछ कर चर्चा हो इस बात का दुनिया की जुबां पर ऊपर वाले ने बनाया है क्या तेरे दोनों हाथों को तलवारें पिघला कर वो ओ ओ वो ओ ओ वो ओ ओ वो ओ वो ओ