Choo Lo
The Local Train
3:54तारों की रौशनी तुम सूरज की किरणे भी तुम ख़ुशी की मुस्कान दर्द की पहचान जीने की आरज़ू तुम फूलों में खुशबू हो तुम भवरों की गुंजन भी तुम इन साँसों का राज़ हो तुम हर एक पल का एहसास हो तुम इस दिल की धड़कन हो तुम फिर भी ढूँढें क्यूँ हर पल तुझे चारों और (हर पल तुझे) हर तरफ जब तू ही तू दिखे रातों की चाँदनी तुम (रातों की चाँदनी तुम) दिन का उजाला भी तुम (दिन का उजाला भी तुम) सागर की लहरें हो तुम आसमान की आज़ादी हो तुम समय का हर लम्हा तुम वो ओ ओ ओ फिर भी ढूँढें क्यूँ हर पल तुझे चारों और (हर पल तुझे) हर तरफ जब तू ही तू दिखे फिर मंदिरों में, मस्जिदों में आसमान की सरहदों पे क्यूँ ढूँढें हम तुझे नफरतों के अंगारों में जंग के इन मैदानों में क्यूँ ढूँढें तुझे फिर भी ढूँढें क्यूँ हर पल तुझे