Mat Kar Tu Abhiman Re Bande
Anup Jalota
5:17सारे जग को देख के जाना तुम बिन मेरा कोई नही सारे जग को देख के जाना तुम बिन मेरा कोई नही ठोकर खा कर हमने ये माना साईं बिन मेरा कोई नही सारे जग को देख के जाना तुम बिन मेरा कोई नही झूठी है ये मोह और माया, कोई किसी के काम ना आया झूठी है ये मोह और माया, कोई किसी के काम ना आया मतलब निकल गया तो अपनों ने भी किया किनारा अपने तो है के पहचाना ठोकर खा कर हमने माना सारे जग को देख के जाना तुम बिन मेरा कोई नही कब तक झले ये काया, सुख और दुःख की धुप और छाया कब तक झले ये काया, सुख और दुःख की धुप और छाया अखिरिया में आचल देखा, हमसे ही बिछड़ा अपना साया लगने लगे हर कोई, तुम बिन अपना कोई नही, सारे जग को देख के जाना तुम बिन मेरा कोई नही नींद में सुंदर सवपन जगाया, आख खुली तो जी गबराया नींद में सुंदर सवपन जगाया, आख खुली तो जी गबराया अपनों ने भी किया किनारा, कुछ नही अपना सब है पराया सब कुछ खो कर हमने ये जाना,साईं बिन मेरे कोई नही सारे जग को देख के जाना तुम बिन मेरा कोई नही ठोकर खा कर हमने ये माना साईं बिन मेरा कोई नही सारे जग को देख के जाना तुम बिन मेरा कोई नही तुम बिन मेरा कोई नही तुम बिन मेरा कोई नही