Tu Pyar Hai Kisi Aur Ka
Anuradha Paudwal
6:49अदायें भी हैं मोहब्बत भी है शराफ़त भी है मेरे मेहबूब में वो दीवानापन वो जालिम अदा शरारत भी है मेरे मेहबूब में अदायें भी हैं मोहब्बत भी है नज़ाकत भी है मेरे मेहबूब में वो दीवानापन वो मासूमियत शरारत भी है मेरे मेहबूब में ना पूछो मेरा दिल कहा खो गया तुझे देखते ही तेरा हो गया आँखों में तू मेरे ख्वाबों में तू है यादों के महके गुलाबों में तू है वो सहमी नज़र वो कमसीन उमर चाहत भी है मेरे मेहबूब में वो दीवानापन वो मासूमियत शरारत भी है मेरे मेहबूब में साँसों की बहती लहर रुक गयी मुझे शर्म आयी नज़र झूक गयी के हम उन के कितने करीब आ गये ये सोच के हम तो घबरा गये वो बांकपन वो दीवानगी इनायत भी है मेरे मेहबूब में वो दीवानापन वो जालिम अदा शरारत भी है मेरे मेहबूब में मोहब्बत की दुनिया बसाने चला मैं तेरे लिये सब भूलाने चला खुशबू कोई उसकी बातों में है हर फ़ैसला उसके हाथों में है वो महका बदन वो शर्मिलापन नज़ाकत भी है मेरे महबूब में वो दीवानापन वो जालिम अदा शरारत भी है मेरे मेहबूब में अदायें भी हैं मोहब्बत भी है नज़ाकत भी है मेरे मेहबूब में