Zamane Ke Dekhein Hain Rang Hazaar
Anuradha Paudwal
4:23तक-धिन-धिन-तक, तक-धिन-धिन-तक तक-धिन-धिन-तक, तक-धिन-धिन-तक मिलते ही तुझे दिल नाच उठा तक-धिन-धिन-तक, तक-धिन-धिन-तक जीने की तमन्ना जाग उठी, हो जीने की तमन्ना जाग उठी इस दिल में क़यामत के दिन तक तक-धिन-धिन-तक, तक-धिन-धिन-तक तक-धिन-धिन-तक, तक-धिन-धिन-तक मिलते ही तुझे दिल नाच उठा तक-धिन-धिन-तक, तक-धिन-धिन-तक जीने की तमन्ना जाग उठी, हो जीने की तमन्ना जाग उठी इस दिल में क़यामत के दिन तक तक-धिन-धिन-तक, तक-धिन-धिन-तक तक-धिन-धिन-तक, तक-धिन-धिन-तक तक-धिन-धिन-तक, तक-धिन-धिन-तक तक-धिन-धिन-तक, तक-धिन-धिन-तक ऐसा मौसम तो आया ना था ऐसा जादू तो छाया ना था ऐसी चाहत तो पहले ना थी ऐसी हालत तो पहले ना थी ख़ुशियाँ जाग उठीं मन में अब ना ग़म है जीवन में जी चाहे कि उड़ जाऊँ अंबर छू के मैं आऊँ हो, जीने की तमन्ना जाग उठी, हो जीने की तमन्ना जाग उठी इस दिल में क़यामत के दिन तक तक-धिन-धिन-तक, तक-धिन-धिन-तक तक-धिन-धिन-तक, तक-धिन-धिन-तक मिलते ही तुझे दिल नाच उठा तक-धिन-धिन-तक, तक-धिन-धिन-तक दुनिया बदली सी लगने लगी सोई धड़कन क्यूँ जगने लगी रंग-ए-मौसम बदलने लगा मेरा दिल भी मचलने लगा सच्चा हो गया सपना मुझको मिल गया अपना अरमानों की बस्ती में अब रहना है मस्ती में हो, जीने की तमन्ना जाग उठी, हो जीने की तमन्ना जाग उठी इस दिल में क़यामत के दिन तक तक-धिन-धिन-तक, तक-धिन-धिन-तक तक-धिन-धिन-तक, तक-धिन-धिन-तक मिलते ही तुझे दिल नाच उठा तक-धिन-धिन-तक, तक-धिन-धिन-तक जीने की तमन्ना जाग उठी, हो जीने की तमन्ना जाग उठी इस दिल में क़यामत के दिन तक तक-धिन-धिन-तक, तक-धिन-धिन-तक तक-धिन-धिन-तक, तक-धिन-धिन-तक तक-धिन-धिन-तक, तक-धिन-धिन-तक तक-धिन-धिन-तक, तक-धिन-धिन-तक