Hey Shiv Shankar Bhole Shambhu
Anuradha Paudwal
5:02भोर की पहली किरण ने आके आ आ आ आ आ आ द्वार पे तेरे शीश नवाया आ आ आ आ आ आ चारो तरफ आनंद हे छाया आ आ आ आ आ आ तन मन की सुध विसर गई है सन्मुख भोले नाथ खड़े है तन मन की सुध विसर गई है सन्मुख भोले नाथ खड़े है इक टक सारे देख रहे है पार्वती जी साथ खड़े है तन मन की सुध विसर गई है सन्मुख भोले नाथ खड़े है भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ ॐ नमय शिवाय ॐ नमय शिवाय शिव मंदिर में आ पहुंचे है भक्त तुम्हरे भोर हुए अध्भुत छवि निराली देख के सब आत्म अभिभोर हुए छू कर इन पावन चरणों को आन्दित हम और हुए इक टक सारे देख रहे है पार्वती जी साथ खड़े है तन मन की सुध विसर गई है सन्मुख भोले नाथ खड़े है भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ देवी देवता और मुनिवर खड़े है सब तुझको घेरे प्रेम की गंगा उमड़ पड़ी है आये है जो द्वार तेरे मन में कैसी लहर उठी है लगते हे सब हर्ष भरे इक टक सारे देख रहे है पार्वती जी साथ खड़े है तन मन की सुध विसर गई है सन्मुख भोले नाथ खड़े है भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ ॐ नमय शिवाय ॐ नमय शिवाय भगभागि वो नर नारी है तुम संग जिनकी प्रीत बड़ी उनके ताप हए है शीतल जिनपे तेरी नजर पड़ी सारी विपदा हर लेते हो लगे न तुम को इक घड़ी इक टक सारे देख रहे है पार्वती जी साथ खड़े है तन मन की सुध विसर गई है सन्मुख भोले नाथ खड़े है तन मन की सुध विसर गई है सन्मुख भोले नाथ खड़े है इक टक सारे देख रहे है पार्वती जी साथ खड़े है तन मन की सुध विसर गई है सन्मुख भोले नाथ खड़े है भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ भोलेनाथ